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खेल कोटे से दी जाने वाली सरकारी नौकरियों में बरती जाए पूर्ण पारदर्शिता : भावना पांडे

हरिद्वार। उत्तराखंड की बेटी, वरिष्ठ राज्य आंदोलनकारी, प्रसिद्ध जनसेवी, जनता कैबिनेट पार्टी (जेसीपी) की केंद्रीय अध्यक्ष एवँ हरिद्वार लोकसभा क्षेत्र से दमदार प्रत्याशी भावना पांडे ने प्रदेश की भाजपा सरकार पर एक बार फिर बड़ा हमला बोला है।

हरिद्वार सीट से लोकसभा प्रत्याशी भावना पांडे ने कहा कि उत्तराखंड की धामी सरकार प्रदेश के युवाओं को धोखा देने का कार्य कर रही है। उन्होंने कहा कि भाजपा सरकार ने आज तक प्रदेश के युवाओं के हित में कोई ठोस कदम नहीं उठाया। सरकार बस झूठी घोषणाएं करके वाहवाही बटोरने में लगी है।

उत्तराखंड की बेटी भावना पांडे ने धामी सरकार पर निशाना साधते हुए कहा कि बीजेपी के राज में प्रदेश में खुलेआम सरकारी नौकरियों में धंधलियां की जा रही हैं। वहीं राज्य का बेरोजगार युवा अपने अधिकारों की मांग को लेकर सड़कों पर आन्दोलन करने को विवश है। उन्होंने कहा कि पहले तो सरकार जल्दी से रिक्तियां निकालती ही नहीं है और जब रिक्तियां निकलती भी हैं तो आवेदन फॉर्म की फीस बहुत ज्यादा रखी जाती है। उसके बाद कई बार भर्ती परीक्षा का पेपर लीक हो जाता है और यदि परीक्षा हो भी गई तो कई महीनों तक उसका रिजल्ट जारी नहीं किया जाता, यदि रिजल्ट जारी भी हो जाए तो लम्बे समय तक नियुक्ति नहीं दी जाती। वहीं सरकार द्वारा अक्सर कईं भर्तियां निरस्त भी कर दी जाती हैं। सरकार का ये रवैया वाकई दुर्भाग्यपूर्ण है।

वरिष्ठ राज्य आन्दोलनकारी भावना पांडे ने कहा कि भाजपा सरकार ने प्रदेश के बेरोजगार युवाओं को बेवकूफ बनाने एवं लूटखसोट करने का धंधा बनाया हुआ है। सरकार बेरोजगार युवाओं के पैसे लूटकर विभागों की तनख्वाह दे रही है। उन्होंने कहा कि आज प्रदेशभर में बेरोजगार युवाओं से नौकरियों के फॉर्म के नाम पर करोड़ों रूपयों की लूट की जा रही है, जो बेहद दुखद एवं शर्मनाक है। ये स्थिति अंग्रेजों के शासनकाल से भी बद्तर है।

जेसीपी अध्यक्ष भावना पांडे ने कहा कि इतना सब कुछ प्रदेश में खुलेआम हो रहा है, बेरोजगार युवाओं के साथ अन्याय किया जा रहा है किन्तु मुख्यमंत्री धामी मौन हैं। प्रदेश के युवाओं के हित के बड़े-बड़े दावे करने वाली धामी सरकार के राज में आज बेरोजगारों पर अत्याचार किया जा रहा है मगर कोई पूछने वाला नहीं। उन्होंने कहा कि या तो मुख्यमंत्री बहुत भोले हैं या फिर अधिकारी उनको मूर्ख बना रहे हैं, ये दोनों ही बातें प्रदेश के हित में नहीं हैं।

देवभूमि की बेटी भावना पांडे ने कहा कि उनके प्रयासों से आज खेल कोटे से बेरोजगार युवाओं को नौकरियां देने की बात की जा रही है किन्तु डर इसी बात का है कि हमेशा की ही तरह इन रिक्तियों में भी मंत्री, विधायक व अधिकारी अपने रिश्तेदारों और परिचितों को ही नियुक्त ना कर दें। उन्होंने मांग करते हुए कहा कि खेल कोटे से दी जाने वाली सरकारी नौकरियों में पूर्ण पारदर्शिता बरती जाए एवं योग्य व्यक्तियों को ही नौकरियों पर रखा जाए।

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